Saturday, July 4, 2020

List of Important Days of June Month




3 June

World Bicycle Day

4 June

International Day of Innocent Children Victims of Aggression

5 June-

World Environment Day

Theme:- Time for Nature

8 June

 World Oceans Day

9 June

 World Accreditation Day

Theme :- Accreditation: Improving Food Safety

12 June

 World Day Against Child Labour

13 June

 International Albinism Awareness Day

Theme : Made to Shine

14 June

World Blood Donor Day

15 June

 World Wind Day

15 June

World Elder Abuse Awareness Day

16 June

 International Day of Family Remittances

Theme : Building Resilience in terms of Crises   

17 June

World Day to Combat Desertification and Drought

Theme : Food. Feed. Fibre –The Link between Consumption and Land.

18 June

 Sustainable Gastronomy Day

18 June

Autistic Pride Day

19 June

International Day for Elimination of Sexual Violence in   Conflict

20 June

World Refugee Day

Theme : Every Action Counts

21 June

International Day of Yoga

Theme : Yoga for Health – Yoga at Home

21 June

World Hydrography Day

Theme : Hydrography Enabling Autonomous Technologies

23 June

United Nations Public Service Day

23 June

International Widows Day

23 June

Olympic Day

26 June

International Day in Support of Victims of Torture

26 June

International Day Against Drug Abuse and Illicit

Theme : Better Knowledge for Better Core.

28 June

 MSME Day

29 June

 National Statistic Day

30 June

International Day of Parliamentarism

30 June

International Asteroid Day





Tuesday, June 30, 2020

Best Motivational Story for Students





                             दोस्तों किसी ने मुझसे पूछा motivational story  पढ़ने से क्या होता है  मेने जवाब दिया motivational story पढ़ने से  हमे दूसरों की गलतियों का पता चलता है ताकि हम गलती ना करे इसलिए ज्यादा से ज्यादा  motivational story  को पढ़िए



                 हरीश नाम का एक लड़का था उसको दौड़ने का बहुत शौक था  वह कई मैराथन में हिस्सा ले चुका था
परंतु वह किसी भी race को पूरा नही करता था  एक दिन उसने ठान लिया कि चाहे कुछ भी हो जाये वह race पूरी जरूर करेगा अब रेस शुरू हुई।

हरीश ने भी दौड़ना शुरू किया धीरे 2  सारे धावक आगे निकल रहे थे  मगर अब हरीश थक गया था  वह रुक गया  फिर उसने खुद से बोला अगर मैं दौड़ नही सकता तो  कम से कम चल तो सकता हूँ। उसने ऐसा ही किया वह धीरे 2 चलने लगा मगर वह आगे जरूर बढ़ रहा था  अब वह बहुत ज्यादा थक  गया था  और नीचे गिर पड़ा।

उसने खुद को बोला  की वह कैसे भी करके आज दौड़ को पूरी जरूर करेगा  वह जिद करके वापस उठा
लड़खड़ाते हुए आगे बढ़ने लगा और अंततः वह रेस पूरी कर गया  माना कि वह रेस हार चुका था  लेकिन आज उसका विश्वास चरम पर था क्योंकि आज से पहले  race को कभी पूरा ही नही कर पाया था  वह जमीन पर पड़ा हुआ था  क्योंकि उसके पैरों की मांसपेशियों में बहुत खिंचाव हो चुका था  लेकिन आज वह बहुत खुश था  क्योंकि  आज वह हार कर भी जीता था।


ध्यान देने योग्य बात-


                        दोस्तों हम भी तो इस तरह की गलती करते है हमारी life में  कभी भी अगर कोई परेशानी होती है तो उस काम को नही करते और छोड़ देते है  अगर आप एक student हो और रोज 10 hr की study करते हो  और किसी दिन कोई परेशानी की वजह से आप पढ़ाई नही करते मगर आपको  भले ही 5 hr मिले पढ़ना जरूर चाहिए

हरीश की कहानी से हमे यही सीखने को मिलता है कि अगर हम  लगातार आगे बढ़ते रहे तो एक दिन हम हारकर भी जीत  जाएंगे

छोटे छोटे कदम बढ़ाते जाओ और आगे बढ़ते जाओ यही सफलता का नियम है।




Monday, June 22, 2020

क्या है खुश रहने का राज - (Secret of Happiness)






                             एक समय की बात है, एक गाँव में महान ऋषि रहते थे| लोग उनके पास अपनी कठिनाईयां लेकर आते थे और ऋषि उनका मार्गदर्शन करते थे| एक दिन एक व्यक्ति, ऋषि के पास आया और ऋषि से एक प्रश्न पूछा| उसने ऋषि से पूछा कि “गुरुदेव मैं यह जानना चाहता हुईं कि हमेशा खुश रहने का राज़ क्या है?
 
ऋषि ने उससे कहा कि तुम मेरे साथ जंगल में चलो, मैं तुम्हे खुश रहने का राज़ (Secret of Happiness) बताता हूँ|
ऐसा कहकर ऋषि और वह व्यक्ति जंगल की तरफ चलने लगे| रास्ते में ऋषि ने एक बड़ा सा पत्थर उठाया और उस व्यक्ति को कह दिया कि इसे पकड़ो और चलो| उस व्यक्ति ने पत्थर को उठाया और वह ऋषि के साथ साथ जंगल की तरफ चलने लगा|
कुछ समय बाद उस व्यक्ति के हाथ में दर्द होने लगा लेकिन वह चुप रहा और चलता रहा| लेकिन जब चलते हुए बहुत समय बीत गया और उस व्यक्ति से दर्द सहा नहीं गया तो उसने ऋषि से कहा कि उसे दर्द हो रहा है| तो ऋषि ने कहा कि इस पत्थर को नीचे रख दो| पत्थर को नीचे रखने पर उस व्यक्ति को बड़ी राहत महसूस हुयी|
तभी ऋषि ने कहा – “यही है खुश रहने का राज़ (Secret of Happiness)”|
व्यक्ति ने कहा – गुरुवर मैं समझा नहीं|
तो ऋषि ने कहा-
                            जिस तरह इस पत्थर को एक मिनट तक हाथ में रखने पर थोडा सा दर्द होता है और अगर इसे एक घंटे तक हाथ में रखें तो थोडा ज्यादा दर्द होता है और अगर इसे और ज्यादा समय तक उठाये रखेंगे तो दर्द बढ़ता जायेगा
उसी तरह दुखों के बोझ को जितने ज्यादा समय तक उठाये रखेंगे उतने ही ज्यादा हम दु:खी और निराश रहेंगे| यह हम पर निर्भर करता है कि हम दुखों के बोझ को एक मिनट तक उठाये रखते है या उसे जिंदगी भर| अगर तुम खुश रहना चाहते हो तो दु:ख रुपी पत्थर को जल्दी से जल्दी नीचे रखना सीख लो और हो सके तो उसे उठाओ ही नहीं।




नाव एवं धारा के Practice Question


                                          
                                            Hello Friends , आज से एक नयी सीरीज शुरू करने जा रहा हूँ, जिसमे मै रोजाना Quantitive Aptitude के Practice Question पोस्ट करूंगा जिनको आप Solve कर आन्सर Comment Section मे send करना। इसके सही आन्सर मै अगली पोस्ट मे Send करूंगा।


Q1

एक नाविक धारा के विपरीत 2 किलोमीटर की दूरी 2 घंटे मे तय करता है। और धारा के प्रवाह के साथ 1 किलोमीटर की दूरी 20 मिनट मे तय करता है। स्थिर जल मे 5 किलोमीटर की दूरी तय करने नाविक को कितना समय लगेगा?

  A.  2hr 30minute   B. 2hr 40minute  C. 3hr 10minute

          D. 2hr 10minute.  

Q2.

स्थिर जल मे नाव की गति 14 किलोमीटर प्रति घंटा है और धारा की गति 1.2 किलोमीटर प्रति घंटा है। एक व्यक्ति नाव द्वारा एक स्थान से 4864 किलोमीटर की गति तय करता है और आरंभिक बिन्दु पर वापस आ जाता है। इस पूरी यात्रा मे उस व्यक्ति द्वारा लिया गया समय ज्ञात कीजिये?

A.      720 hr.    B. 680 hr.  C. 700 hr  D. 750 hr  

Q3.

एक नाव को धारा के विपरीत एक निश्चित दूरी तय करने मे 8 घंटे 48 मिनट का समय लगता है जबकि धारा के साथ समान दूरी तय करने मे 4 घंटे लगते है? नाव की गति और धारा के प्रवाह की गति का अनुपात क्या है?

A. 9:4         B. 8:3        C. 16.:5      D. 8:5

 Q4.

2 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बहाने वाली नदी मे, एक नाव धारा के विपरीत 32 किलोमीटर की यात्रा करके धारा के साथ आरंभिक बिन्दु पर वापस आ जाती है। यदि स्थिर जल मे नाव की गति 6 किलोमीटर प्रति घंटा है। तो इस यात्रा का कुल समय ज्ञात कीजिये?

   A. 12.5hr      B. 12hr    C. 10.2hr     D. 11.5hr

Q5.

नाव चलाने की अपनी सामान्य गति पर , राहुल एक निश्चित नदी मे धारा के साथ 12 मील की दूरी तय करने मे, धारा के विपरीत समान दूरी तय करने मे 6 घंटे कम समय लेता है। परंतु वह 24 मील की यात्रा के लिए अपने नाव की गति सामान्य दर से दोगुनी करता है तो धारा के साथ 12 मील की दूरी तय करने , धारा के विपरीत 12 मील की दूरी तय करने मे केवल 1 घंटा कम लगता है। मील प्रति घंटा मे प्रवाह की गति क्या होगी?

A. 11/3       B. 7/3      C. 5/2       D. 8/3





                        अगर आपको मेरा यह तरीका पसंद आया हो। तो Please Comment Section मे लिखे जिससे मे पोस्ट मे Question को बड़ा सकूँ।



Sunday, June 21, 2020

Bank और उसका इतिहास




                      To View in English - Click Here
 

बैंक:- बैंक एक वित्तीय संस्था है, जो बैंकिंग का कार्य करती है। जेसे जमा स्वीकार करना और लाभ अर्जित करने के लिए धन उधार देना।

बैंकिंग:- बैंकिंग को आम जनता और संस्थाओ से जमा स्वीकार करने गतिविधि एक रूप मे परिभाषित किया जा सकता है। और फिर उस पैसे को लाभ अर्जित के लिए उधार दिया जाता है। आजकल बैंक जमा/ऋण के अलावा भी कई सुविधाए प्रदान करती है जेसे कि डेविट/क्रेडिट कार्ड जारी करना, मूल्यवान वस्तुओ कि सुरक्षा प्रदान करना, लॉकर, एटीएम इत्यादि।

##:- 25 देशो में से भारत मे डिजिटल भुगतान प्रणाली सबसे अधिक

विकसित हुई है। जिसमे भारत तत्काल भुगतान सेवा(IMPS) एक मात्र

प्रणाली है, जो फ़ास्टर पेमेंट इनोवेशन इंडेक्स मे 5वे स्थान पर है।

भारत मे बैंकिंग क्षेत्र का इतिहास:-

  संयुक्त पूंजी प्रकार का पहला बैंक बैंक ऑफ बॉम्बे, बॉम्बे मे 1720 मे स्थापित किया गया। इसके 1770 मे एक ऐजेंसी के द्वारा कलकत्ता मे बैंक ऑफ हिंदुस्तान स्थापित किया गया।

    पहला प्रेसीडेसी बैंक , बैंक ऑफ बंगाल 50लाख की पूंजी के साथ 2 जून 1806 को कलकत्ता मे स्थापित किया गया।

दूसरा प्रेसीडेंसी बैंक, बैंक ऑफ बॉम्बे 1840 मे 52 लाख की पूंजी के साथ स्थापित किया गया, और तीसरा प्रेसीडेंसी बैंक बैंक ऑफ मद्रास जुलाई 1843 मे 30 लाख रुपये की पूंजी के साथ स्थापित किया गया।

पहला भारतीय स्वामित्व वाला बैंक इलाहाबाद बैंक , 1865 मे इलाहबाद मे स्थापित किया गया।

1921 मे प्रेसीडेंसी बैंक को एक एकल बैंक “इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया” मे मिला दिया गया, इसने आरबीआई की स्थापना के पहले केन्द्रीय बैंक के रूप मे कार्य किया था।

भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 मे भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना का कार्य प्रसस्त किया, बैंक की विफलता और कृषि की आवश्यकतों की पूर्ति इसकी स्थापना के प्रमुख कारण थे।

1955 मे  इंपीरियल बैंकऑफ इंडिया का राष्ट्रीयकरण कर उसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मे बदल दिया गया।